टेक्नोलॉजी का धीरे-धीरे विकास होता जा रहा है और केवल एक ही फील्ड में नहीं बल्कि अलग-अलग फील्ड में इसका विकास हो रहा है। इन सभी फिल्ड में से एक फील्ड लाइट का भी है। पहले के जमाने की लाइट और अपने जमाने की लाइट में काफी अंतर आ चुका है।
पहले के जमाने में आपको ऐसी लाइट देखने को मिलती थी जो कि जलाने पर केवल पीले कलर की रोशनी देती थी और वह काफी गरम भी हो जाती थी और इस कारण वह अक्सर फूट भी जाती थी लेकिन अब के जमाने की लाइट यानी की LED कम बिजली भी खाती है और उस पुराने जमाने की लाइट से ज्यादा बेहतरीन भी है।
आजकल LED हर घर में होना सामान्य बात हो गई है। केवल मात्र बल्ब ही नहीं बल्कि और भी कई सारी चीजों में LED का प्रयोग होता है लेकिन क्या आपने कभी यह जानने की कोशिश की है कि LED होता क्या है और यह कैसे काम करती है।
केवल मात्र TV नहीं बल्कि यह एक बड़ी टेक्नोलॉजी है जिसके बारे में आज हम आपको एक्सप्लेन करने वाले हैं।
LED क्या है ? What is LED in Hindi
LED की फुल फॉर्म नहीं जानते तो सबसे पहले तो मैं आपको यह बता दूं कि LED का पूरा नाम लाइट एमिटिंग डायोड होता है। यह एक नया इन्वेंशन है जिसे आज काफी जगह काम में लिया जा रहा है मुख्यतः LCD वगैरह के मुकाबले LED का ज्यादा यूज किया जा रहा है।
LED काफी सारी चीजों में मौजूद है इसके उदाहरण आपका सेलफोन और यहां तक कि किसी बड़े शहर में लगे बड़े LED बोर्ड भी है जिन पर एडवर्टाइजमेंट शो होते हैं। LED की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है क्योंकि यह काफी उपयोगी उपकरण है।
LED को आप मैजिक लाइट बल्ब भी कह सकते हैं जो कि इसका दूसरा नाम है। सामान्यतः LED काफी छोटे होते हैं और यह अन्य बल्ब के मुकाबले काफी कम बिजली का प्रयोग करते हैं। यही कारण है कि LED को लोग काफी पसंद करते हैं और आपको हर घर में अब यही देखने को मिलती है।
LED कैसे काम करती है ? How LED Works in Hindi
LED एक प्रकार का सेमीकंडक्टर डिवाइस है जो कि लाइट को एमिट करता है। आपको बता दें कि इससे करंट अर्थात इलेक्ट्रिसिटी पास होती है। शायद आपको याद नहीं होगा कि LED में लाइट तभी पास होती है जब LED के भीतर स्थित पार्टिकल्स कंबाइन होते हैं।
आपको बता दें कि LED लाइट सॉलिड सेमीकंडक्टर मटेरियल से निर्मित किया जाता है इसलिए इसका एक और नाम सॉलिड स्टेट डिवाइस भी है। अगर देखा जाए तो LED अब तक के सबसे बड़े आविष्कारों में से एक है क्योंकि LED का आविष्कार काफी उपयोगी साबित हुआ है और इसका आज के जमाने में काफी यूज़ भी किया जा रहा है।
LED की कैटेगरी के बात कर दो हम LED को एक्टिव सेमीकंडक्टर की केटेगरी में रख सकते हैं। आपको बता दें कि LED के जलने पर जो हाई क्वालिटी की ब्राइटनेस उत्पन्न होती है वह मोनोक्रोमेटिक कहलाती है, यह एक सिंगल वेवलेंथ होती है।
LED में केवल एक ही एलिमेंट नहीं बल्कि दो एलिमेंट होते है जिनको P टाइप सेमीकंडक्टर और N टाइप सेमीकंडक्टर कहते हैं। इन्ही 2 एलिमेंट को सीधी तरह से कोंटेक्ट में प्लेस किया जाता है और एक रिगिन कि फॉर्मेटिंग की जाती है जिसे की N-P Junction पुकारा जाता है। यह होता तो दूसरे डायोड के जैसा ही है लेकिन इसमे एक ट्रांसपेरेंट पैकेज होती है जो कि IR एनर्जी को पास होने से रोकती है।
तो दोस्तो, आज हमने जाना कि LED क्या होती है और यह कैसे काम करती है। अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया हो तो इसे Social Media पर शेयर जरूर करे !!
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