जेवर एयरपोर्ट का डिजाइन, लोगो और नाम तय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी मंजूरी
विश्व के बेहतरीन हवाई अड्डों में से एक होगा जेवर एयरपोर्ट
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के नोएडा में देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी गंभीर हैं और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर की पहचान देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। जेवर एयरपोर्ट (Jewar Airport) का डिजाइन लंदन, मॉस्को और मिलान के एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार किया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ' ग्रेटर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट' विश्व के बेहतरीन हवाई अड्डों में से एक होगा। उत्तर प्रदेश सरकार इसे विश्वस्तरीय बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ेगी। यह एयरपोर्ट भारत का गौरव बनेगा, हम इसे एक 'ग्लोबल ब्रांड' के रूप में विश्व पटल पर प्रस्तुत करेंगे।
एयरपोर्ट का लोगो, नाम और डिजाइन तय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बहुप्रतीक्षित, विश्वस्तरीय एयरपोर्ट के लोगो, डिजाइन और नाम को स्वीकृति दी। इसका नाम 'नोएडा इंटरनेशनल ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जेवर' होगा, जबकि लोगो में राज्य पक्षी 'सारस' का अक्स है। बात यात्री सुविधाओं की हो या भव्यता की, सब कुछ विश्वस्तरीय होगा। एयरपोर्ट की डिजाइन लंदन, मॉस्को और मिलान के विश्वप्रसिद्ध एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार की गई है।
दो नहीं 5 रन-वे होंगे एयरपोर्ट पर
चार फेज में बनने को प्रस्तावित इस एयरपोर्ट की शुरूआती क्षमता 12 मिलियन यात्री प्रति वर्ष की होगी, जिसे अलग-अलग फेज में विस्तार देते हुए 2050 तक 70 मिलियन यात्री प्रति वर्ष तक किया जाएगा। यही नहीं प्रारंभ में यहां 2 रन-वे होंगे जिसे 5 रन-वे तक किया जाएगा।
रोजगार और पर्यटन में होगी बढ़ोतरी
सीएम योगी ने कहा कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर की स्थापना से उत्तर प्रदेश में औद्योगिक अवस्थापना का संरचनात्मक विकास होगा, जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। विनिर्माण एवं निर्यात को प्रोत्साहन मिलने के साथ-साथ हवाई यातायात सुगम होगा। पर्यटन के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी। योगी ने कहा कि एविएशन सेक्टर आज के समय में बहुआयामी प्रगति का माध्यम है। इससे आर्थिक विकास में भी वृद्धि होती है। मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट के विकास में हर संभव मदद देने की बात कही।
विशेष सचिव सुरेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना के लिए आवश्यक 1,334 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की कार्यवाही गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी द्वारा की गई है। साथ ही पुनर्वास व विस्थापन के लिए 48.097 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। इस स्थल पर कार्यदायी संस्था यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा विकास संबंधी कार्य शुरू कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि नोएडा एयरपोर्ट में कुल 5 रन-वे होगा। वर्तमान में 2 रन-वे के लिए भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है, जबकि शेष तीन रनवे के लिए 3,418 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जानी है।
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