हम जीवन में गधों को कोई महत्व नहीं देते है और उस शख्स को गधे की संज्ञा दी जाती है जो कोई काम नहीं करता है। यानी की गधा हमारे लिए यूजलेस और नाकारा है लेकिन ये हमारे और आपके लिए हो सकता है, पूजा कौल के लिए नहीं।

पूजा कौल ने गधो का महत्व समझ और ये जाना की उनका दूध बहुत अधिक फायदेमंद होता है। उन्होंने इस क्षेत्र में जानकारी जुटाई और खोल दिया खुद का स्टार्टअप और उसे नाम दिया “आर्गेनिको”। ये स्टार्टअप गधे के दूध से ब्यूटी प्रोडक्ट बनाता है और बेचता है।

पूजा कौल ने गधो का महत्व समझ और ये जाना की उनका दूध बहुत अधिक फायदेमंद होता है। उन्होंने इस क्षेत्र में जानकारी जुटाई और खोल दिया खुद का स्टार्टअप और उसे नाम दिया “आर्गेनिको”। ये स्टार्टअप गधे के दूध से ब्यूटी प्रोडक्ट बनाता है और बेचता है।

पूजा ने कहा की शुरुआत में उन्होंने उन किसानो से सम्पर्क किया जो गधे पालते थे और उन्हें ऐसे लगभग दस किसान मिले और फिर पूजा उनसे दूध लेना शुरू किया। दरअसल उनका कहना है की वो एक गधे का दूध रोज नहीं निकलवाती है। इससे गधा कमजोर होने लगता है और कही ना कही उसके बच्चो को भी बराबर पोषण नहीं मिल पाता है।

पूजा का कहना है की वो आगामी साल तक ये प्लान बना रही है की लगभग सौ गधा पालक किसानो के साथ उनका व्यवसाय चले और वो आर्गेनिक के क्षेत्र में कुछ बड़ा करे। बाकी भी ऐसे उत्पाद है जिन्हें गधे के दूध से बनाया जा सकता है।

नहीं था आसान-


पूजा ने कहा की ये आसान नहीं था क्योकि एक महिला होने के नाते ऐसा करना समाज को सही नहीं लगता है। शुरू शुरू में जब वो सुबह दूध लेने जाती थी तो उन्हें खुद बहुत असुरक्षित महसूस होता था।

पूजा कहती है की वो अगर पुरुष होती तो उन्हें ये डर नहीं होता। लेकिन बाद में धीरे धीरे डर निकलने लगा और वो आगे बढती चली गई। जब वो अपना आईडिया किसी की बताती थी तो लोग हसते थे लेकिन बाद में इसके फायदे बताने पर हर कोई उनके साथ हो लेता था। पूजा के साथ उनके क्लासमेट ऋषभ यश तोमर भी है।

पूजा ने कहा की छोटे शहरो में उद्यमियों की बढ़ावा दिया जाना चहिये क्योकि कही ना कही सकारात्मक सन्देश जाता है। आज पूजा बहुत खुश है और उन्हें तरक्की भी मिल रही है। पूजा को कई सारे सम्मान भी मिले है। यहाँ से मिलने वाली राशि को भी पूजा अपने इसी काम में लगा देती है और इसे आगे ले जाने की कोशिश करती है।