क्या कोरोना वायरस का इलाज शिव पुराण में वर्णित हैं?
हाल ही में ही लोगों के बीच यह खबर आग के तरह फ़ैल गयी की क्या शिव पुराण में कोरोना वायरस के बारे में कुछ बताया गया है? लोगों ने इस बात को यकीन भी कर लिया था. जब मैंने इस बात की सच्चाई के पीछे अपनी खोजबीन करी तब परिणाम चौंका देने वाला था. यदि आपको इस कोरोना वायरस और शिव पुराण वाली सच्चाई के बारे में जानना है तब आपको यह article पूरी तरह से पढना होगा.
दिन प्रतिदिन नए नए कोरोना वायरस के Cases सामने आ रहे हैं, ऐसे में ये आम बात है की लोगों के मन में डर का माहोल पैदा हो. वहीँ कुछ व्यक्ति ऐसे अफवाह Social Media में फैला रहे हैं जिससे की लोगों को मन और भी डर रहा है वहीँ कुछ लोग तो इसे सच भी मान ले रहे हैं. ऐसे में आज मैंने सोचा क्यूँ न आप लोगों को इस बात में कितनी सच्चाई है की सनातन धर्म में श्री शिव पुराण में इस कोरोना वायरस से रक्षा कवचं वाली यह जानकारी सही क्या, इस विषय में पूरी जानकारी प्रदान करूँगा. जिससे आपके मन में उठ रहे सभी सवालों का जवाब article के ख़त्म होने तक आपको मिल जायेगा.
कोरोना वायरस का जिक्र जो शिव पुराण में होने की बात चल रह रही है वो बिलकुल ही झूठ है. कुछ समय पहले ही बात है जब लोगों में कुरान में बाल निकलने के दावे सोशल मीडिया में वायरल हुए थे लेकिन उस समय भी इस बात को बस केवल एक अफवाह बताई गयी बाद में.
ठीक इसी तरह से इस बार जो अफवाह social media में फ़ैल रही है की शिव पुराण में कोरोना वायरस के विषय में वर्णित और दावा किया गया है ये बिकुल ही गलत है और बे बुनियाद बात है. इसमें थोड़ी सी भी सच्चाई नहीं है.
ये सिर्फ और सिर्फ लोगों में एक अंधविश्वास फ़ैलाने की बात है जिससे की लोगों की आस्था हिन्दू धर्म की और जाये. ऐसे दावे पहले भी किये जा चुके हैं और सभी अंत में अफवाह शाबित हो चुके हैं. हम चाहते हैं की आप भी सुनी सुनाई बातों पर कभी भी यकीन न करें और खुद ही सच्चाई धुंडने की कोशिश जरुर करें.
रामायण के बाल कांड में बाल मिलने का सच
अब सोशल मीडिया के जरिये ये अफवाह फैलाई जा रही है की रामायण के बाल कांड में बाल मिल रहा है. वहीँ लोगों का मानना है की यह बाल पवित्र है और इसका पानी पीने से कोरोना वायरस ठीक हो जाता है. वहीँ सबसे अजीब बात यह है की इन सभी बैटन को ज्यादातर लोग बिना जाँच किये ही सच मान ले रहे हैं.
इस प्रकार का पूरा दावा किया पूरी तरह से गलत है. वहीँ इस जल का इस्तमाल कर कोरोनावायरस ठीक हो जाने की बात भी गलत है. वहीँ इस प्रकार के दावों पर विश्वास नहीं करना चाहिए क्यूंकि कोरोना का संक्रमण इससे बढ़ भी सकता है और इससे किसी इन्सान की जान भी जा सकता है.
सोशल मीडिया में कुछ ऐसे तश्वीर viral हो रहे हैं जिसमें दावा किया जा रहा है की शिवपुराण में कोरोना वायरस और चीन में इसके पैदा होने के जिक्र है. वहीँ ये तश्विरों को शिवपुराण के श्लोक होने का दावा किया जा रहा है. वहीँ कुछ जानकारों का मानना है की इसमें जो मंत्र बताये गे हैं उनमें कोरोना वायरस के फैलने की बात है और साथ में इससे बचाव के लिए भगवान शिव से प्रार्थना क&##2352;ने की बात दर्शायी गयी है. इसी लिय्व लोकग यह जानना चाहते है के कोरोना वायरस कवच किस ग्रंथ का हिस्सा है.
लेकिन जब इस चीज़ के बारे में खोजा गया था पाया गया की शिवपुराण में ऐसे कोई दोहे हैं ही नहीं. असल बात यह है की इसमें दर्शाए चित्र किसी व्यक्ति द्वारा संस्कृत में स्वरचित दोहे हैं जिनका शिवपुराण से कोई संबंध नहीं है. यह दोहे और तस्वीर लोगों के बीच भ्रम फैलाने के लिए तैयार किए गए हैं. इसमें किसका हाथ है इस विषय में अभी तक भी कोई जानकारी मेह्जुद नहीं है. अगर आपक पूछेंगे के क्या शिव महापुराण में कोरोना वायरस का इलाज है, तो इसका सरल सा जवाब है नहीं.
कुरान में बाल निकलने की सच्चाई
इसी तरह से पिछले कुछ दिनों से कुरान में भी बाल निकलने के दावे सोशल मीडिया में वायरल हुए थे लेकिन इसमें भी कतई सच्चाई नहीं है. इसलिए हमारा मानना है की आप सभी ऐसी अफवाह से दूर रहे हैं और साथ में इन्हें कभी भी आगे Forward या Share न करें.
इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं.
हाल ही में ही लोगों के बीच यह खबर आग के तरह फ़ैल गयी की क्या शिव पुराण में कोरोना वायरस के बारे में कुछ बताया गया है? लोगों ने इस बात को यकीन भी कर लिया था. जब मैंने इस बात की सच्चाई के पीछे अपनी खोजबीन करी तब परिणाम चौंका देने वाला था. यदि आपको इस कोरोना वायरस और शिव पुराण वाली सच्चाई के बारे में जानना है तब आपको यह article पूरी तरह से पढना होगा.
दिन प्रतिदिन नए नए कोरोना वायरस के Cases सामने आ रहे हैं, ऐसे में ये आम बात है की लोगों के मन में डर का माहोल पैदा हो. वहीँ कुछ व्यक्ति ऐसे अफवाह Social Media में फैला रहे हैं जिससे की लोगों को मन और भी डर रहा है वहीँ कुछ लोग तो इसे सच भी मान ले रहे हैं. ऐसे में आज मैंने सोचा क्यूँ न आप लोगों को इस बात में कितनी सच्चाई है की सनातन धर्म में श्री शिव पुराण में इस कोरोना वायरस से रक्षा कवचं वाली यह जानकारी सही क्या, इस विषय में पूरी जानकारी प्रदान करूँगा. जिससे आपके मन में उठ रहे सभी सवालों का जवाब article के ख़त्म होने तक आपको मिल जायेगा.
क्या भारत के धार्मिक ग्रंथ शिवपुराण में चीन जनित कोरोना वायरस का वर्षों पहले से उल्लेख है?
कोरोना वायरस का जिक्र जो शिव पुराण में होने की बात चल रह रही है वो बिलकुल ही झूठ है. कुछ समय पहले ही बात है जब लोगों में कुरान में बाल निकलने के दावे सोशल मीडिया में वायरल हुए थे लेकिन उस समय भी इस बात को बस केवल एक अफवाह बताई गयी बाद में.
ठीक इसी तरह से इस बार जो अफवाह social media में फ़ैल रही है की शिव पुराण में कोरोना वायरस के विषय में वर्णित और दावा किया गया है ये बिकुल ही गलत है और बे बुनियाद बात है. इसमें थोड़ी सी भी सच्चाई नहीं है.
भारतीय वैदिक पुराण में कोरोना वायरस, जानें इनकी सच्चाई
ये सिर्फ और सिर्फ लोगों में एक अंधविश्वास फ़ैलाने की बात है जिससे की लोगों की आस्था हिन्दू धर्म की और जाये. ऐसे दावे पहले भी किये जा चुके हैं और सभी अंत में अफवाह शाबित हो चुके हैं. हम चाहते हैं की आप भी सुनी सुनाई बातों पर कभी भी यकीन न करें और खुद ही सच्चाई धुंडने की कोशिश जरुर करें.
रामायण के बाल कांड में बाल मिलने का सच
अब सोशल मीडिया के जरिये ये अफवाह फैलाई जा रही है की रामायण के बाल कांड में बाल मिल रहा है. वहीँ लोगों का मानना है की यह बाल पवित्र है और इसका पानी पीने से कोरोना वायरस ठीक हो जाता है. वहीँ सबसे अजीब बात यह है की इन सभी बैटन को ज्यादातर लोग बिना जाँच किये ही सच मान ले रहे हैं.
इस प्रकार का पूरा दावा किया पूरी तरह से गलत है. वहीँ इस जल का इस्तमाल कर कोरोनावायरस ठीक हो जाने की बात भी गलत है. वहीँ इस प्रकार के दावों पर विश्वास नहीं करना चाहिए क्यूंकि कोरोना का संक्रमण इससे बढ़ भी सकता है और इससे किसी इन्सान की जान भी जा सकता है.
शिव पूरण मे कोरोना वायरस का इलाज
सोशल मीडिया में कुछ ऐसे तश्वीर viral हो रहे हैं जिसमें दावा किया जा रहा है की शिवपुराण में कोरोना वायरस और चीन में इसके पैदा होने के जिक्र है. वहीँ ये तश्विरों को शिवपुराण के श्लोक होने का दावा किया जा रहा है. वहीँ कुछ जानकारों का मानना है की इसमें जो मंत्र बताये गे हैं उनमें कोरोना वायरस के फैलने की बात है और साथ में इससे बचाव के लिए भगवान शिव से प्रार्थना क&##2352;ने की बात दर्शायी गयी है. इसी लिय्व लोकग यह जानना चाहते है के कोरोना वायरस कवच किस ग्रंथ का हिस्सा है.
लेकिन जब इस चीज़ के बारे में खोजा गया था पाया गया की शिवपुराण में ऐसे कोई दोहे हैं ही नहीं. असल बात यह है की इसमें दर्शाए चित्र किसी व्यक्ति द्वारा संस्कृत में स्वरचित दोहे हैं जिनका शिवपुराण से कोई संबंध नहीं है. यह दोहे और तस्वीर लोगों के बीच भ्रम फैलाने के लिए तैयार किए गए हैं. इसमें किसका हाथ है इस विषय में अभी तक भी कोई जानकारी मेह्जुद नहीं है. अगर आपक पूछेंगे के क्या शिव महापुराण में कोरोना वायरस का इलाज है, तो इसका सरल सा जवाब है नहीं.
कुरान में बाल निकलने की सच्चाई
इसी तरह से पिछले कुछ दिनों से कुरान में भी बाल निकलने के दावे सोशल मीडिया में वायरल हुए थे लेकिन इसमें भी कतई सच्चाई नहीं है. इसलिए हमारा मानना है की आप सभी ऐसी अफवाह से दूर रहे हैं और साथ में इन्हें कभी भी आगे Forward या Share न करें.
इससे उनकी समय की बचत भी होगी और एक ही जगह में उन्हें सभी information भी मिल जायेंगे. यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार होनी चाहिए तब इसके लिए आप नीच comments लिख सकते हैं.
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