कोरोनोवायरस खतरे के बीच, चंडीगढ़ प्रशासन ने सोमवार को सभी सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल, राजनीतिक, धार्मिक, शैक्षणिक और पारिवारिक सामूहिक समारोहों पर 31 मार्च तक प्रतिबंध लगा दिया।
चंडीगढ़ प्रशासन ने कहा, "सभी सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल, राजनीतिक, धार्मिक, शैक्षणिक और पारिवारिक सामूहिक समारोहों पर 31 मार्च तक तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया जाता है।"
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, पूरे भारत में कोरोनोवायरस के कुल 114 मामलों की पुष्टि की गई है।
देश में अब तक संक्रमण से दो लोगों की मौत हो चुकी है।
यह वायरस पिछले साल दिसंबर में पहली बार चीन के वुहान शहर में उभरा था।
कोरोना वायरस को चंडीगढ़ और हरियाणा में महामारी घोषित कर दिया गया है। पंजाब समेत तीनों राज्यों में जनजीवन पर इसका काफी असर पड़ रहा है। जान तो खतरे में है ही, प्रतिदिन का रुटीन भी डिस्टर्ब हो गया है। तीनों राज्यों में स्कूल-कॉलेज व शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। लोगों से इकट्ठा न होने और एहतियात बरतने की अपील की गई है। हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं। आयोजनों, कार्यक्रमों और समागमों पर भी रोक लगा दी गई है।
पंजाब सरकार ने कोरोना को पहले महामारी घोषित किया, लेकिन बाद में वह आदेश वापस ले लिया। उसके बाद अभी तक महामारी घोषित करने को लेकर कोई नया ऐलान नहीं किया गया है। जबकि हरियाणा में कोरोना को महामारी घोषित कर दिया और ऐसा करने वाला वह देश का पहला राज्य बन गया। चंडीगढ़ ने भी कोरोना को महामारी घोषित करने में देर नहीं लगाई। साथ ही माहमारी से जुड़े नियमों व निर्देशों को लागू करने के आदेश भी जारी किए गए।
कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना को महामारी रोग घोषित कर दिया है। साथ ही सभी सरकारी व गैर सरकारी (एडेड और अन-एडेड) स्कूलों को 31 मार्च तक बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के साथ स्कूल की वार्षिक और मूल्यांकन परीक्षाओं पर इसका कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने की छूट रहेगी। चंडीगढ़ प्रशासन ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह फैसला लिया है।
आदेश में कहा गया है कि स्कूल के शिक्षण या प्रबंधन के कर्मचारी किसी भी अग्रिम आदेश तक स्कूल नहीं आएंगे। साथ ही अभिभावकों को हिदायत दी गई है कि वे किसी भी सार्वजनिक सभा या भीड़भाड़ वाले आयोजन से स्कूली बच्चों को बचाएं। स्कूल प्रबंधन को निर्देश हैं कि कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए जाने वाले दिशा निर्देशों का समय-समय पर पालन करते रहें।
संदिग्धों पर प्रशासन की कड़ी नजर
चंडीगढ़ प्रशासन कोरोना के संदिग्ध मरीजों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। आपको बता दें कि चंडीगढ़ में अभी तक कोरोना वायरस के 142 संदिग्ध मरीज मिले हैं, जिन पर प्रशासन नजर बनाए हुए है।
चंडीगढ़ प्रशासन ने कहा, "सभी सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल, राजनीतिक, धार्मिक, शैक्षणिक और पारिवारिक सामूहिक समारोहों पर 31 मार्च तक तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया जाता है।"
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, पूरे भारत में कोरोनोवायरस के कुल 114 मामलों की पुष्टि की गई है।
देश में अब तक संक्रमण से दो लोगों की मौत हो चुकी है।
यह वायरस पिछले साल दिसंबर में पहली बार चीन के वुहान शहर में उभरा था।
कोरोना वायरस को चंडीगढ़ और हरियाणा में महामारी घोषित कर दिया गया है। पंजाब समेत तीनों राज्यों में जनजीवन पर इसका काफी असर पड़ रहा है। जान तो खतरे में है ही, प्रतिदिन का रुटीन भी डिस्टर्ब हो गया है। तीनों राज्यों में स्कूल-कॉलेज व शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं। लोगों से इकट्ठा न होने और एहतियात बरतने की अपील की गई है। हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं। आयोजनों, कार्यक्रमों और समागमों पर भी रोक लगा दी गई है।
पंजाब सरकार ने कोरोना को पहले महामारी घोषित किया, लेकिन बाद में वह आदेश वापस ले लिया। उसके बाद अभी तक महामारी घोषित करने को लेकर कोई नया ऐलान नहीं किया गया है। जबकि हरियाणा में कोरोना को महामारी घोषित कर दिया और ऐसा करने वाला वह देश का पहला राज्य बन गया। चंडीगढ़ ने भी कोरोना को महामारी घोषित करने में देर नहीं लगाई। साथ ही माहमारी से जुड़े नियमों व निर्देशों को लागू करने के आदेश भी जारी किए गए।
कोरोना वायरस (कोविड-19) के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने कोरोना को महामारी रोग घोषित कर दिया है। साथ ही सभी सरकारी व गैर सरकारी (एडेड और अन-एडेड) स्कूलों को 31 मार्च तक बंद करने के निर्देश दिए गए हैं।
10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के साथ स्कूल की वार्षिक और मूल्यांकन परीक्षाओं पर इसका कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा। परीक्षा में शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं को स्कूल जाने की छूट रहेगी। चंडीगढ़ प्रशासन ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए यह फैसला लिया है।
आदेश में कहा गया है कि स्कूल के शिक्षण या प्रबंधन के कर्मचारी किसी भी अग्रिम आदेश तक स्कूल नहीं आएंगे। साथ ही अभिभावकों को हिदायत दी गई है कि वे किसी भी सार्वजनिक सभा या भीड़भाड़ वाले आयोजन से स्कूली बच्चों को बचाएं। स्कूल प्रबंधन को निर्देश हैं कि कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी किए जाने वाले दिशा निर्देशों का समय-समय पर पालन करते रहें।
- चंडीगढ़ में कोरोना महामारी घोषित, 31 मार्च तक बंद रहेंगे स्कूल, पर जारी रहेंगी बोर्ड की परीक्षाएं
- अटारी-वाघा बॉर्डर बंद, कार्यक्रम रद्द
- सभी मॉल भी बंद हैं
प्रशासक ने की अपील
पंजाब के गवर्नर और चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने शहर के लोगों से अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने स्वस्थ व्यक्तियों को मास्क पहनने की भी सलाह दी है।संदिग्धों पर प्रशासन की कड़ी नजर
चंडीगढ़ प्रशासन कोरोना के संदिग्ध मरीजों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। आपको बता दें कि चंडीगढ़ में अभी तक कोरोना वायरस के 142 संदिग्ध मरीज मिले हैं, जिन पर प्रशासन नजर बनाए हुए है।
0 Comments
Post a Comment